Not known Facts About Shodashi

Wiki Article



ज्येष्ठाङ्गबाहुहृत्कण्ठकटिपादनिवासिनीम् ॥७॥

The worship of these deities follows a certain sequence called Kaadi, Hadi, and Saadi, with each goddess connected to a particular approach to devotion and spiritual practice.

देयान्मे शुभवस्त्रा करचलवलया वल्लकीं वादयन्ती ॥१॥

साम्राज्ञी चक्रराज्ञी प्रदिशतु कुशलं मह्यमोङ्काररूपा ॥१५॥

The apply of Shodashi Sadhana is usually a journey to both satisfaction and moksha, reflecting the twin nature of her blessings.

उत्तीर्णाख्याभिरुपास्य पाति शुभदे सर्वार्थ-सिद्धि-प्रदे ।

षोडशी महात्रिपुर सुन्दरी का जो स्वरूप है, वह अत्यन्त ही गूढ़मय है। जिस महामुद्रा में भगवान शिव की नाभि से निकले कमल दल पर विराजमान हैं, वे मुद्राएं उनकी कलाओं को प्रदर्शित करती हैं और जिससे उनके कार्यों की और उनकी अपने भक्तों के प्रति जो भावना है, उसका सूक्ष्म विवेचन स्पष्ट होता है।

देवस्नपन read more दक्षिण वेदी – प्राण प्रतिष्ठा विधि

कामाकर्षिणी कादिभिः स्वर-दले गुप्ताभिधाभिः सदा ।

षोडशी महाविद्या : पढ़िये त्रिपुरसुंदरी स्तोत्र संस्कृत में – shodashi stotram

Philosophically, she symbolizes the spiritual journey from ignorance to enlightenment and is connected to the supreme cosmic electrical power.

ह्रीं ह्रीं ह्रीमित्यजस्रं हृदयसरसिजे भावयेऽहं भवानीम् ॥११॥

यहां पढ़ें त्रिपुरसुन्दरी हृदय स्तोत्र संस्कृत में

Her narratives are not just tales but carry a deeper philosophical meaning, reflecting the Everlasting fight in between great and evil, and the triumph of righteousness. The importance of Tripura Sundari extends outside of the mythological tales, influencing several areas of cultural and spiritual existence.

Report this wiki page